बायजू को पद से हटाने के पक्ष में मतदान हुआ
नई दिल्ली: शिक्षा-प्रौद्योगिकी मंच बायजू के बहुलांश शेयरधारकों ने शुक्रवार को लोकप्रिय तकनीकी स्टार्टअप में कथित कुप्रबंधन और विफलताओं को लेकर संस्थापक एवं सीईओ बायजू रवींद्रन और उनके परिजनों को निदेशक मंडल से हटाने के लिए मतदान किया.
बायजू मंच का संचालन करने वाली कंपनी थिंक एंड लर्न ने इस मतदान को अमान्य बताते हुए इसे नकार दिया. कंपनी के निदेशक मंडल में फिलहाल रवींद्रन, उनकी पत्नी एवं सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ और उनके भाई रिजु रवींद्रन शामिल हैं.
कंपनी के छह निवेशकों ने असाधारण आम बैठक बुलाई थी. लेकिन अंत में 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने वाले शेयरधारकों ने बैठक में लाए गए प्रस्तावों के पक्ष में मत दिए. लेकिन कंपनी ने सिर्फ 20 प्रतिशत शेयरधारकों के ही शामिल होने और उनके पास सामूहिक रूप से 47 प्रतिशत हिस्सेदारी होने का दावा किया.
घटनाक्रम से परिचित सूत्रों ने कहा कि ईजीएम सुबह 9.30 बजे ही शुरू होने वाली थी लेकिन इसमें एक घंटे की देर हुई. दरअसल बायजू के कुछ कर्मचारियों समेत करीब 200 शेयरधारकों ने ऑनलाइन माध्यम से इस बैठक का हिस्सा बनने की मंजूरी मांगी थी.
भले ही ईजीएम में रवींद्रन और उनके परिजनों को हटाने के पक्ष में मतदान हुआ है लेकिन इस बैठक का नतीजा 13 मार्च तक लागू नहीं होगा.
दरअसल कर्नाटक उच्च न्यायालय उस दिन ईजीएम बुलाने के कुछ निवेशकों के कदम को चुनौती देने वाली रवींद्रन की याचिका पर सुनवाई करेगा.