पढ़ाई का सपना दिखा ले गए अमेरिका, मजदूरी कराई
वर्जीनिया: विदेश में पढ़ाई करने का सपना हर भारतीय का होता है. अगर विदेश में रह रहा कोई रिश्तेदार अच्छी पढ़ाई की बात कहकर अपने पास रखने को कहता है तो सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि वहां जबरन मजदूरी जैसी घटना घट सकती है.ऐसे ही एक मामले में भारतीय-अमेरिकी दंपति अपने रिश्तेदार को स्कूल में दाखिला के नाम पर अमेरिका ले गए और मजदूरी कराकर मानसिक व शारीरिक तौर से शोषण किया.
अब वर्जीनिया के पूर्वी जिले की अदालत ने दोषी दंपति हरमनप्रीत सिंह और कुलबीर कौर को 11.25 (135 महीना) व 7.25 (87 महीना) साल की सजा सुनाई है. साथ ही पीड़ित को 1.87 करोड़ रुपये हर्जाना देने का भी निर्देश दिया.
क्या है मामला दरअसल, 2018 में सिख दंपति हरमन और कुलबीर भारत गए, जहां हरमन के चचेरे भाई को झूठा वादा कर अमेरिका ले आए. भाई यह सोचकर खुश था कि उसकी जिंदगी बदल गई, लेकिन जब अमेरिका पहुंचा तो उससे मजदूरी, मारपीट जैसी यातनाएं दी जाने लगी.
17 घंटे तक कराते थे काम
सबूतों के अनुसार, सिंह और कौर ने पीड़ित को हर दिन लगभग 12 से 17 घंटे तक स्टोर पर काम करने के लिए मजबूर किया. इसमें सफाई, खाना बनाना, कैश रजिस्टर और स्टोर रिकॉर्ड को संभालना शामिल था.
भोजन भी नहीं देते थे
कोर्ट में वकील ने कहा, जब भी पीड़ित से कोई गलती हो जाती तो उसे कई दिनों तक ऑफिस के स्टोर में बंद कर देते थे और भोजन भी नहीं देते थे. बीमार पड़ने पर डॉक्टर के पास भी नहीं ले जाते. दंपति ने स्टोर और घर दोनों जगह निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगा रखे थे.