QSR: मंदी से निपटने के लिए कैसे फास्ट फूड रेस्तरां पलट रहे हैं खेल

भारतीय क्विक सर्विस रेस्तरां (क्यूएसआर) श्रृंखलाएं पिछली कुछ तिमाहियों से इस क्षेत्र में चली आ रही बड़ी मंदी से निपटने के लिए नए तरीके खोज रही हैं. 30 जून को समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड, जो दक्षिण और पश्चिम में मैकडॉनल्ड्स आउटलेट चलाती है, के शुद्ध लाभ में 88 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
कंपनी ने कहा कि हालांकि शुद्ध बिक्री सपाट रही, लेकिन इसके समान स्टोर की बिक्री वृद्धि (एसएसएसजी) में 6.7 प्रतिशत की गिरावट आई. इस पर इन-स्टोर कारोबार में मंदी का असर पड़ा. अलबत्ता ऑफ-प्रिमाइस श्रेणी में समान स्टोर बिक्री सकारात्मक रही.
केएफसी और पिज्जा हट आउटलेट चलाने वाली सफायर फूड्स इंडिया ने भी पहली तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ में 68 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की. केएफसी और पिज्जा हट की समान स्टोर की बिक्री वृद्धि में क्रमशः 6 प्रतिशत और 7 प्रतिशत की गिरावट आई.
जहां खाद्य महंगाई के ऊंचे स्तर से कच्चे माल के दामों पर असर पड़ना जारी है, वहीं महंगाई का लंबे समय से पड़ रहा असर उपभोक्ताओं को गैर-जरूरी खर्चों से पीछे हटने के लिए मजबूर कर रहा है. इससे इस क्षेत्र में मंदी आ रही है.
दाम की पेशकशों और मेन्यू विस्तार से लेकर स्टोरों की संख्या बढ़ाने तक क्यूएसआर रचनात्मक तरीके से कमजोर मांग की इस व्यापक दशा से नपटने के उपाय कर रहे हैं. इस साल जून में पिज्जा चेन डोमिनोज ने कहा था कि वह अगले चार साल में 4,000 आउटलेट तक पहुंचने के लिए हर साल 180 से 200 तक नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है.
डोमिनोज इंडिया के मुख्य कारोबार अधिकारी और अध्यक्ष समीर बत्रा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया ‘हमें भारतीय बाजार में काफी संभावनाएं दिख रही हैं. बहुत कम लोग अब भी बाहर पिज्जा खाते हैं. जैसे-जैसे बाहर खाने की दर बढ़ेगी, युवा तथा ज्यादा अमीर आबादी की वजह से पिज्जा की खपत भी बढ़ेगी.’ बत्रा ने कहा कि आगे चलकर श्रृंखला के लिए अगला मुख्य क्षेत्र अपने डाइन-इन (रेस्तरां में बैठकर खाना) कारोबार को बढ़ाना होगा.
उन्होंने कहा ‘अपने डाइन-इन कारोबार को बढ़ाना ध्यान दिए जाने वाला बड़ा क्षेत्र है. ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए हम हर साल 70 से 100 पुराने स्टोरों को फिर से तैयार कर रहे हैं और साथ ही नए स्टोर भी बना रहे हैं.’ भारत में पोपेय और डंकिन डोनट्स के साथ डोमिनोज का संचालन करने वाली जुबिलेंट फूडवर्क्स आने वाले सप्ताह में पहली तिमाही के अपने नतीजे जारी कर सकती है. नैशनल रेस्तरां एसोसिएशन ऑफ इंडिया की इंडिया फूड सर्विसेज रिपोर्ट 2024 के अनुसार भारतीय खाद्य सेवा बाजार 5.7 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है. इसमें से संगठित क्षेत्र की क्यूएसआर श्रृंखला का वर्तमान में मूल्य 67,560 करोड़ रुपये है. अनुमान है कि यह बाजार साल 2028 तक सालाना 8.1 प्रतिशत बढ़कर 7.8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा.