बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंदुओं से हिंसा पर माफी मांगी
ढाका . बांग्लादेश में हिंदुओं से हिंसा पर मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने सोमवार को माफी मांगी. गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एमएस हुसैन ने भी माना कि वे अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा करने में विफल रहे.
हुसैन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं. उन्होंने कहा कि हमारे अल्पसंख्यक भाइयों की सुरक्षा करना बहुसंख्यक समुदाय का कर्तव्य है. अगर हम ऐसा नहीं कर पाते हैं तो जवाब देना होगा. यह हमारे धर्म का भी हिस्सा है कि हमें अपने अल्पसंख्यकों की रक्षा करनी चाहिए. मैं अपने अल्पसंख्यक भाइयों से माफी मांगता हूं.
अल्पसंख्यकों की रक्षा करें: मोहम्मद यूनुस ने कहा कि देश अराजकता के दौर से गुजर रहा है. पुलिस खुद अच्छी स्थिति में नहीं है, इसलिए मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे अल्पसंख्यक भाइयों की रक्षा करें. वे भी हमारे भाई हैं और हम सभी एक साथ बड़े हुए हैं.
सख्ती के संकेत : बांग्लादेश के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश सैयद रेफात अहमद ने चेतावनी दी कि यदि न्यायपालिका का कोई भी व्यक्ति किसी गलत काम में संलिप्त पाया गया तो उस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिसकर्मियों ने हड़ताल वापस ली : इस बीच, बांग्लादेश में प्रदर्शनरत पुलिस अधिकारी अंतरिम सरकार द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बाद हड़ताल रद्द करने पर सहमत हो गए हैं. बांग्लादेश पुलिस अधीनस्थ कर्मचारी संघ (बीपीएसईए) ने छह अगस्त को हड़ताल की घोषणा की थी.
ढाका से ह्यूस्टन तक विरोध प्रदर्शन तेज
हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ बांग्लादेश के गोपालगंज में सोमवार को हजारों लोगों का हुजूम उमड़ा. उन्होंने मानव शृंखला बनाकर विरोध दर्ज कराया. अमेरिका के ह्यूस्टन में भी भारतीय-अमेरिकी और बांग्लादेशी मूल के हिंदुओं ने प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की.