विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मलेरिया रोधी दूसरे टीके को मंजूरी दे दी है. यह फैसला मलेरिया के पहले टीके से अधिक सस्ता और प्रभावी विकल्प उपलब्ध करा सकता है.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी दो विशेषज्ञ समूहों की सलाह पर नए मलेरिया टीके को मंजूरी दे रही है. विशेषज्ञ समूहों ने मलेरिया के जोखिम वाले बच्चों में इसके इस्तेमाल की सिफारिश की है. उन्होंने कहा, मलेरिया के शोधकर्ता के रूप में मैं उस दिन का सपना देखता था जब हमारे पास मलेरिया के खिलाफ सुरक्षित और प्रभावी टीका हो.
सीरम इंस्टीट्यूट की मदद से तैयार किया
डब्ल्यूएचओ के अनुसार ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की मदद से ये टीका तैयार किया है. शोध के अनुसार तीन डोज वाला ये टीका 75 फीसदी असरदार है और एक साल तक सुरक्षा कवच के रूप में काम कर सकता है. इसकी एक खुराक की कीमत लगभग दो से चार डॉलर होगी और यह अगले साल कुछ देशों में उपलब्ध हो सकता है.