यात्रा में हंगामा, राहुल गांधी पर एफआईआर
गुवाहाटी:कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा को मंगलवार को गुवाहाटी शहर में प्रवेश करने से रोक दिया गया. इससे हंगामा खड़ा हो गया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए अवरोधक तोड़ दिए. बाद में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के निर्देश पर राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए मुकदमा दर्ज किया गया. उन्होंने कांग्रेस समर्थकों के इस कृत्य को नक्सली कार्रवाई करार दिया.
यात्रा को शहर की सीमा में प्रवेश करने से रोकने के लिए दो स्थानों पर अवरोधक लगाए गए थे. जैसे ही कांग्रेस समर्थकों ने अवरोधक हटाए, पुलिसकर्मियों के साथ उनकी झड़प हो गई. इसमें पार्टी की असम इकाई के अध्यक्ष भूपेन बोरा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देबब्रत सैकिया को चोटें आईं.
प्राथमिकी में राहुल और अन्य नेताओं के नाम मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा, कांग्रेस सदस्यों द्वारा हिंसा, उकसावे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस कर्मियों पर हमले के अनियंत्रित कृत्यों के संदर्भ में राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, कन्हैया कुमार और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया. डीजीपी डीजी सिंह ने बताया कि वरिष्ठ नेताओं के उकसावे पर मार्ग बदलकर जबरदस्ती अपना रास्ता बनाने की कोशिश की गई. इसका असम पुलिस ने विरोध किया.
असम के मुख्यमंत्री से नहीं डरेंगे राहुल
राहुल ने कहा कि वह असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के धमकाने वाले कदमों से डरने वाले नहीं हैं. मुख्यमंत्री जो कर रहे, उससे यात्रा को फायदा हो रहा है. जो प्रचार हमें नहीं मिलता, वो मिल रहा है.
हत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया असम के मुख्यमंत्री ने कहा, साक्ष्यों में दिखाई दे रहा है कि कैसे राहुल और कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह भीड़ को असम पुलिसकर्मियों की हत्या करने के लिए उकसा रहे हैं. सरमा ने कहा कानून के हाथ लंबे होते हैं, जो आप तक जरूर पहुंचेंगे.