देश में अगले हफ्ते पेश किए जाने वाले अंतरिम बजट को लेकर केयर रेटिंग ने बजट के पहले किए गए सर्वे में उद्योग जगत से जुड़े 120 प्रमुख लोगों से उनकी प्रतिक्रिया मांगी है. इनकम टैक्स में छूट को लेकर लोगों को उम्मीद बहुत कम है. इस मोर्चे पर 63 फीसदी लोग मानते हैं कि कर छूट नहीं मिलेगी, जबकि 37 फीसदी लोगों का कहना है कि छूट मिल सकती है. बजट के सामने चुनौतियों को लेकर पहले स्थान पर वैश्विक भू-राजनीतिक खतरे हैं. 55 फीसदी लोग इसे बड़ा खतरा मानते हैं.
25 फीसदी लोग नौकरियों में ज्यादा बढ़त को खतरा मान कर चल रहे हैं. सर्वे में 13 फीसदी लोग निर्यात की मांग को घटना और 8 फीसदी ग्रामीण इलाकों की चुनौतियों को खतरा मानकर चल रहे हैं. कारोबारियों की मांग की बात की जाए तो 57 फीसदी लोगों का कहना है कि सरकार को नौकरी बढ़ाने वाले उपायों पर फोकस करना चाहिए. वहीं 46 फीसदी मानते हैं है कि सरकार का लक्ष्य क्षमता विस्तार पर होना चाहिए.
43 फीसदी लोगों की मांग है कि सरकार को कारोबार को मदद देने वाले उपायों पर फोकस करना चाहिए. निर्यात को सहारा देने की मांग 28 फीसदी कारोबारी कर रहे है.
क्षमता विस्तार पर सरकार का फोकस जारी रहेगा: केयर रेटिंग के सर्वे में कारोबारियों ने माना कि क्षमता विस्तार पर सरकार का फोकस जारी रहेगा. वहीं, चुनौतियों की बात की जाए तो कारोबारियों को जियोपोलिटिकल दिक्कतों की आशंका है और नौकरियों में कमी की भी बात कही जा रही है.
इसमें बजट को लेकर 86 फीसदी लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. क्षमता विस्तार को लेकर 30 फीसदी लोग मानते हैं कि पिछले वित्तवर्ष से कहीं ज्यादा हो सकता है. कारोबारियों को लगता है कि पिछले साल के 10 लाख करोड़ रुपए के मुकाबले इस साल ये 13 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा रह सकता है. वहीं, 30 फीसदी लोग ये भी मानते हैं कि ये रकम 10 से 11-5 लाख करोड़ रुपए के करीब रह सकती है. एक फीसदी लोगों को लगता है कि बजट नकरात्मक भी रह सकता है.