दिसंबर से पहले नहीं घटेंगी ब्याज दरें
मुंबई. आरबीआई एमपीसी की बैठक बुधवार से शुरू होगी और शुक्रवार को मौद्रिक पॉलिसी की घोषणा होगी. विशेषज्ञों ने कहा, आरबीआई नीतिगत दरों यानी रेपो रेट को 6.5% पर यथावत रख सकता है. इस बीच एसबीआई ने अनुमान लगाया है कि दिसंबर से पहले ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है. एसबीआई रिसर्च ने कहा,आरबीआई वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में ब्याज दर में कटौती कर सकता है.
4.5% बढ़ेगी महंगाई
एसबीआई ने कहा, खाद्य कीमतों के उतार-चढ़ाव की वजह से महंगाई पर असर पडा़ है. कोर सीपीआई (खाद्य वस्तुओं को छोड़कर खुदरा महंगाई दर) गिरकर 3.37% पर आ गया, जो 52 महीने का निचला स्तर है.
इस साल जुलाई तक महंगाई में गिरावट आने की उम्मीद है. हालांकि इसके बाद सितंबर में यह बढ़कर 5.4% के शिखर पर पहुंच जाएगी, जिसके बाद इसमें गिरावट आएगी.
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा महंगाई दर 4.5% बढ़ने का अनुमान है. खाद्य पदार्थों की कीमतों में इजाफा: विकसित देशों में स्विट्जरलैंड पहली बड़ी अर्थव्यवस्था है जिसने नीतिगत दर में कटौती की है.
वहीं जापान ने 8 साल बाद ब्याज दरें बढ़ाई है. एसबीआई रिसर्च ने कहा, अमरीकी बाजारों में ढांचागत बदलाव देखने को मिल रहा है. बेरोजगारी में गिरावट लगातार देखने को मिल रही है. हालांकि भारत में खाद्य पदार्थों की कीमतों में इजाफा हो रहा है, जिस पर लगाम लगाना जरूरी है.