नंदनवन के पक्षी जय जोहार से करेंगे सैलानियों का स्वागत
रायपुर. नंदनवन पक्षी विहार के विदेशी पक्षी आने वाले दिनों सैलानियों का जय जोहार, राम-राम और राधे-श्याम बोलकर स्वागत करेंगे. इसके लिए ग्रे पैरेट और मकाऊ पक्षी को हिंदी और छत्तीसगढ़ी भाषा की ट्रेनिंग देने की तैयारी चल रही है.
पिंजरे के पास जाने पर करते हैं नकल : पक्षी विहार में ग्रे पैरेट व मकाऊ के पिंजरे के पास कोई भी पर्यटक जाता है, तो वह उसके नजदीक आकर आवाज देकर सिर हिलाना शुरू कर देते हैं. वर्ष 2020-21 में विहार के कर्मचारियों ने कुछ दिनों तक दोनों को हिंदी और छत्तीसगढ़ी भाषा सिखाना शुरू किया था, जिससे ये विदेशी परिंदे राधे-श्याम, राम-राम व जय जोहार बोलना सिख पाए थे, लेकिन बाद में भूल गए. अधिकारियों और कर्मचारियों बताते है कि सुबह-सुबह जब कोई नहीं रहता तो मकाऊ व ग्रे पैरेट हैलो व अलग-अलग शब्द निकालते है. ग्रे पैरेट बहुत जल्दी ही लोगों की भाषा को सीखकर उसकी नकल कर लेता है.
कर्मचारियों का नाम पुकारते हैं पक्षी
60 एकड़ में फैले पक्षी विहार में करीब 30 से ज्यादा विदेशी पक्षी हैं. वन विभाग ने विदेशी पक्षियों को हिंदी और छत्तीसगढ़ी भाषा बोलने के लिए विशेष प्रशिक्षण की तैयारी की है. इससे दो वर्ष पहले आधा-अधूरा हुआ प्रशिक्षण को पूरा किया जाएगा. विहार के एसडीओ अभय पांडे ने बताया कि ग्रे पैरेट व मकाऊ पक्षी नंदनवन के कर्मचारियों को पहचानते हैं. साथ ही नाम लेकर भी बुलाते है. ग्रे पैरेट तेज दिमाग वाला पक्षी है. यह आने वाले खतरे को तुरंत भांप लेता है. यह ज्यादातर मनुष्यों के संपर्क में रहता है. यह गाने का भी शौकीन होता है. इसलिए इसे छत्तीसगढ़ी भाषा सिखाई जा रही थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान सिखाना बंद कर दिया गया था.