ट्रूकॉलर के लिए एक अच्छी खबर है. भारत में कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस असिस्टेंट यानी एआई असिस्टेंट लॉन्च किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, एआई इंटीग्रेशन कम्यूनिकेशन सिक्योरिटी को बढ़ाता है, स्पैम से निपटता है और साथ ही एआई इंटीग्रेशन कम्यूनिकेशन सिक्योरिटी को बढ़ाता है. एआई मॉडल बाहरी डेटा ट्रांसफर के बिना यूजर के डिवाइस पर स्पैम मैसेज का भी पता लगाता है, जिससे यूजर की प्राइवेसी सुनिश्चित होती है.
एआई असिस्टेंट ने धोखाधड़ी के खिलाफ ट्रूकॉलर की पूर्वानुमान क्षमताओं में भी सुधार किया है और यह ग्राहक सहायता के लिए फायदेमंद है. ट्रूकॉलर ने कॉलर की पहचान और स्कैम या फ्रॉड का पता लगाने से परे जाने के लिए अपने एआई चैटबॉट के लिए एक सुविधा के रूप में ट्रांसक्रिप्शन पर ध्यान फोकस करने का फैसला लिया. असिस्टेंट सुविधा शुरू में संयुक्त राज्य अमेरिका में शुरू की गई थी और बाद में भारत सहित दूसरी अंग्रेजी भाषी बाजारों में विस्तार किया गया.