नई दिल्ली . प्रधानमंत्री ने रविवार को जिन नौ वंदे भारत रेलगाड़ियों को हरी झंडी दिखाई वह 11 राज्यों के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ेंगी. इन राज्यों में राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात शामिल हैं.
यात्रियों का समय बचेगा राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी और कासरगोड-तिरुवनंतपुरम मार्ग पर वर्तमान की सबसे तेज ट्रेन की तुलना में, वंदे भारत ट्रेन से संबंधित गंतव्यों के बीच यात्रा के समय में लगभग तीन घंटे कम हो जाएंगे. इसी तरह, हैदराबाद-बेंगलुरु के मार्ग पर ढाई घंटे से अधिक जबकि तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई मार्ग पर सफर में दो घंटे से अधिक समय बचेगा. ऐसे बाकी जगह भी समय में कटौती होगी.
बिहार और झारखंड को दूसरी वंदे भारत की सौगात वंदे भारत के रूप में बिहार और झारखंड के लोगों को दूसरी सेमी हाई स्पीड ट्रेन सेवा मिली. इससे पहले, पटना-रांची वंदे भारत एक्सप्रेस को इसी साल जून में शुरू किया गया था. वहीं, रांची से हावड़ा के बीच शुरू हुई झारखंड की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस है.
पटना से हावड़ा वंदे भारत ट्रेन को रूबी कुमारी और गुड्डी कुमार ले गईं.
व्हीलचेयर के लिए जगह
● एग्जीक्यूटिव श्रेणी की आखिरी सीट के लिए भी पैर फैलाने को और जगह दी गई
● शौचालय के हैंडल में अधिक झुकाव और नल में बदलाव किया गया है
● दिव्यांग यात्रियों की व्हीलचेयर के लिए सुरक्षित स्थान का प्रावधान
नई सुविधाओं से लैस
● सीट का झुकाव 17.31 डिग्री से बढ़ाकर 19.37 डिग्री किया
● सीट में लगे गद्दों को और ठोस बनाया गया है
● एक्जिक्यूटिव श्रेणी की सीट का रंग लाल से बदलकर सुकून देने वाले नीले रंग का किया गया
● मोबाइल चार्जर प्वांइट को अधिक सुलभ बनाने के लिए उसे सीट के नीचे दिया गया है
सेमी हाईस्पीड ट्रेन सेवा शुरू होने से मुसाफिरों का समय बचेगा, बिहार और झारखंड वालों के लिए दूसरी वंदे भारत ट्रेन मिली