वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि जीएसटी आसूचना इकाई ने बीते साल 1.98 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का पता लगाया. इस सिलसिले में 140 सरगनाओं को गिरफ्तार किया, जो सरकारी खजाने को चपत लगाने में शामिल थे.
जीएसटी आसूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने 2023 में ऑनलाइन गेमिंग, कसीनो, बीमा और कार्यबल से जुड़ी सेवाओं के आयात (सेकेंडमेंट) जैसे विभिन्न क्षेत्रों में जीएसटी चोरी का पता लगाया। मंत्रालय ने कहा कि डीजीजीआई ने जो कर चोरी पकड़ी है, वह सालाना आधार पर 119 प्रतिशत अधिक है। वहीं, स्वेच्छा से भुगतान मामले में में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
कर चोरी के छह हजार से अधिक मामले
वर्ष 2023 महानिदेशालय ने 1,98,324 करोड़ रुपये के कर चोरी से जुड़े 6,323 मामलों का पता लगाया. मामलों की संख्या 2022 की तुलना में काफी अधिक है. उस साल 90,499 करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ी गई और स्वैच्छिक भुगतान के 22,459 करोड़ रुपये से जुड़े 4,273 मामले सामने आए। वहीं, फर्जी कर छूट दावे के 2,335 मामले पकड़े गए.