बजट में मध्यम वर्ग को मिली राहत के बाद RBIभी ब्याज दरों के मोर्चे पर खुशखबरी दे सकता है. विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि आरबीआई फरवरी में होने वाली मौद्रिक समीक्षा समिति की बैठक में रेपो दर में कटौती कर सकता है. अगर ऐसा होता है तो कर्ज लेने वाले लोगों को लंबे समय बाद मासिक किस्त में राहत मिलेगी.
समिति की बैठक पांच से सात फरवरी के बीच आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में होगी. बैठक में लिए फैसलों का ऐलान सात फरवरी को किया जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की जा सकती है. रेपो दर फरवरी 2023 से 6.50 फीसदी पर यथावत बनी हुई है. कटौती होने से यह 6.25 फीसदी हो जाएगी.
क्या है रेपो दर : यह वह ब्याज दर है, जिस पर आरबीआई अन्य बैंको को कर्ज देता है. इस दर में कटौती होने से बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता है, जिससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की दरें भी घटती हैं. वहीं, बढ़ोतरी होने से कर्ज की दरें भी बढ़ जाती हैं.