बिहार में नौवीं बार नीतीश सरकार
पटना :बिहार में रविवार को महागठबंधन सरकार की विदाई हो गई. नीतीश कुमार के नेतृत्व में छठी बार एनडीए सरकार का गठन हुआ. यह नीतीश का नौवां शपथ ग्रहण था. उनके साथ दो उप मुख्यमंत्रियों सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा समेत आठ मंत्रियों ने शपथ ली. शपथ लेने के बाद नीतीश ने दावा किया कि राजग छोड़कर अब उनके कहीं और जाने का कोई सवाल ही नहीं है.
इससे पहले सुबह करीब 11 बजे नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक जो सरकार थी, वह अब समाप्त हो गई है. महागठबंधन और विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में उनके लिए चीजें ठीक नहीं चल रही थीं. उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि मैंने इतने सारे दलों को एक साथ लाने के लिए कैसे काम किया, लेकिन हाल में चीजें खराब हो गई थीं. मेरी पार्टी के नेताओं को भी यह अच्छा नहीं लग रहा था.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी और प्रेम कुमार ने भी मंत्रिपद की शपथ ली. जद(यू) नेता विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र यादव और श्रवण कुमार के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की अगुआई वाले हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
भाजपा के कोटे से दो उप मुख्यमंत्री भाजपा ने अपने कोटे से उप मुख्यमंत्री का चेहरा बदला है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं. 2017 में जो सरकार बनी थी, उसमें रेणु देवी और तारकिशोर प्रसाद उपमुख्यमंत्री बनाए गए थे.
बिहार का तेजी से होगा विकास शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने पटना पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बन गई है. नीतीश कुमार वापस एनडीए के साथ आ गए हैं, यह हर्ष का विषय है.
डबल इंजन की सरकार से सुधार प्रदेश भाजपा कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में नड्डा ने कहा कि बिहार ने जो जनादेश दिया था, वह एनडीए को दिया था. डबल इंजन की सरकार बनने से आधारभूत संरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य में सुधार होगा. राज्य में विधि-व्यवस्था चरमराने लगी थी. नड्डा ने दावा किया कि जद(यू) के आने से लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एनडीए क्लीन स्वीप करेगा.
कांग्रेस ने ‘गिरगिट’ और ‘विश्वासघाती’ बताया
नीतीश कुमार के रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने उनकी तुलना ‘गिरगिट’ से की और कहा कि राज्य के लोग इस ‘विश्वासघात’ के लिए उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. कुमार के इस कदम से ‘इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को भी बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वह महागठबंधन छोड़ने के कुमार के फैसले के बारे में पहले से जानते थे लेकिन उन्होंने ‘इंडिया’ को बरकरार रखने के लिए कुछ नहीं कहा. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नीतीश की आलोचना करते हुए कहा कि यह साफ है कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से ध्यान भटकाने के लिए यह ‘राजनीतिक नाटक’ किया जा रहा है.