ई-टॉयलेट में गंदगी की भरमार, संचालन एजेंसी को हटाया
रायपुर: शहर को स्मार्ट बनाने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी ने जहां-जहां ई-टॉयलेट का निर्माण लाखों रुपए में करवाया, वह बदहाल है. जबकि ऐसे ई-टॉयलेट संचालन की जिम्मेदारी जिस एजेंसी को दी गई थी, वह विज्ञापन होर्डिँग्स लगाकर लाखों रुपए कमाती रही, लेकिन टॉयलेट का संचालन और संधारण नहीं किया.
ऐसी स्थिति में अब जाकर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए एजेंसी होप फॉर ह्यूमिनिटी का अनुबंध निरस्त कर दिया है. अब ई-टॉयलेट का संचालन नगर निगम के हवाले किए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
रायपुर स्मार्ट सिटी कंपनी के तकनीकी अधिकारी पंकज पंचायती के अनुसार संचालन कंपनी को हटाने की कार्रवाई के साथ ही उसके द्वारा जमा करीब 72 लाख रुपए की एफडी जब्त करने की भी कार्रवाई की जा रही है.
इन सभी ई-टॉयलेट के संचालक संधारण के लिए नगर निगम को हैंडओवर किया जा रहा है.
बता दें कि नगर निगम कमिश्नर और स्मार्ट सिटी के प्रबंध संचालक अबिनाश मिश्रा के निर्देश पर स्मार्ट सिटी की टीम जायजा लेने निकली थी. इस दौरान शहर के ऐसे 32 ई-टॉयलेट का संधारण बदहाल पाए जाने पर ये कार्रवाई की गई.
साफ-सफाई भी नहीं की जा रही थी. जबकि रायपुर स्मार्ट सिटी ने इस कार्य के लिए होप फॉर ह्यूमिनिटी एजेंसी को नियुक्त किया था.
नगर निगम कमिश्नर और स्मार्ट सिटी के प्रबंध संचालक अबिनाश मिश्रा के निर्देश पर स्मार्ट सिटी की टीम जायजा लेने निकली थी. जबकि ऐसे टॉयलेट जीई रोड पर सरस्वती नगर थाने के पास चौपाटी के सामने, आरडी तिवारी स्कूल के पास आमापारा, एम्स के सामने, डॉ. आंबेडकर अस्पताल तथा कटोरा तालाब गार्डन के पास बनाए गए थे.