राम मंदिर गर्भगृह में प्रथम तल में आसन स्वर्ण जड़ित होगा
अयोध्या. राम मंदिर की समीक्षा बैठक के दौरान तय हो गया कि प्रथम तल पर निर्मित गर्भगृह में राम दरबार की स्थापना जिस आसन (पैडस्टल) पर की जाएगी, वह भी स्वर्ण जड़ित होगा. भवन-निर्माण समिति की इस बैठक में आसन के आकार जिसमें लंबाई-चौड़ाई व ऊंचाई का भी निर्धारण किया गया.
इसके साथ अष्टकोणीय गर्भगृह के संगमरमर के पत्थरों पर नक्काशी व दीवारों एवं स्तम्भों पर आइकोनोग्राफी के जरिए अलग-अलग मूर्तियों के उत्कीर्ण कराने के विषय पर भी गहन मंथन किया गया. इसके पहले राम मंदिर निर्माण के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा ने प्रस्तुतीकरण के जरिए पूरे गर्भगृह के दृश्य की परिकल्पना को प्रस्तुत किया.
जुलाई में पूरा हो जाएगा कार्य भवन निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने दावा किया कि राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण कार्य जुलाई के आखिरी में पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि द्वितीय तल का निर्माणाधीन कार्य चलता रहेगा. प्रथम तल में राम दरबार के विग्रह को संगमरमर से पत्थर बनवाने पर सहमति बन गई है. मूर्तिकारों का चयन तकनीक और निर्माण की तिथि के आधार पर किया जाएगा.
जून अंत तक दो करोड़ लोग रामलला का दर्शन कर लेंगे
भवन-निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र का दावा है कि जून माह के अंत तक दो करोड़ श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर लेंगे. प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से रोज औसतन एक लाख श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर रहे हैं. 22 जनवरी से 22 जून तक एक करोड़ 75 लाख दर्शनार्थी दर्शन कर चुके हैं.