तत्काल टिकट बनाने के लिए फर्जी सॉफ्टवेयर बेचने वाला मास्टरमाइंड शमशेर गिरफ्तार
चेन्नई. आरपीएफ ने रेलवे के तत्काल टिकट के लिए फर्जी सॉफ्टवेयर बनाने के आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया है. तिरुवण्णामलै आरपीएफ ने वेलूर में अवैध रूप से टिकट बेचने वाले पांच निजी टिकट बुकिंग एजेंटों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. उनकी निशानदेही पर बिहार के दानापुर से फर्जी सॉफ्टवेयर वितरक शैलेश यादव को पकड़ा था. उसने बताया कि वह यूपी के गोंडा निवासी शमशेर आलम निसार अहमद (40) से सॉफ्टवेयर खरीद रहा था, जो इसका मास्टरमाइंड है. आरपीएफ की टीम को पता चला कि आरोपी मुंबई में है . इस पर आरपीएफ की टीम ने उसे मुंबई से गिरफ्तार कर लिया.
500 रुपए में बेचता था नकली सॉफ्टवेयर
शमशेर ने ‘तत्कालसॉफ्टवेयरऑल इन’ नाम की वेबसाइट बनाई थी. इसके जरिए आइआरसीटीसी की वेबसाइट में घुसपैठ कर तत्काल टिकट बनाए जाते थे. वह नकली सॉफ्टवेयर मात्र 500 रुपए में बेचता था. उस पर कुर्ला, दादर और जोधपुर में भी मामला दर्ज है.
15 लाख की कमाई
शमशेर फर्जीवाड़े के लिए विदेशी मोबाइल नंबर का उपयोग करता था. इसके अलावा 4 मोबाइल नंबर, 3 बैंक खाते, 5 फर्जी ईमेल पतों से फर्जीवाड़े को अंजाम देता था. बताया गया कि वह हर माह करीब 15 लाख रुपए की कमाई कर रहा था. इस सॉफ्टवेयर से 30 सेकेंड में तत्काल टिकट बुक हो जाता था.