नासा ने मंगल ग्रह की सतह के नीचे खोजा पानी का भंडार
वाशिंगटन: नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने मंगल ग्रह की सतह के नीच पानी का अकूत भंडार खोज लिया है. ये इतना है कि इससे एक सागर भर जाए. सतह के कई किलोमीटर नीचे पत्थरों में दरारें हैं.इन दरारों के बीच इतना तरल पानी है कि उन्हें एकत्र करने पर एक सागर बन जाए. नासा ने यह गणना इनसाइट लैंडर से मिले आंकड़ों से की है.
मंगल ग्रह की सतह से 11.5 से 20 किलोमीटर की गहराई में भारी मात्रा में पानी मौजूद है, जिसमें छोटे सूक्ष्मजीवों के होने की भी संभावना है. सैन डिएगो स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के स्क्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशैनोग्राफी के प्लैनेटरी साइंटिस्ट वाशन राइट और उनकी टीम ने यह अध्ययन किया है.
वाशन ने कहा है कि मंगल ग्रह की ऊपरी परत यानी क्रस्ट इतनी गहराई में ऐसा माहौल बना देती है कि उसमें तरल पानी जमा हो सके. वाशन और उनके साथियों की यह स्टडी हाल ही में प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेस में प्रकाशित हुई है.