सहारा निवेशकों के 241 करोड़ वापस हुए अमित शाह
नई दिल्ली, सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सहारा इंडिया समूह में फंसा हुआ लोगों का पैसा वापस मिलना शुरू हो गया है. सहारा समूह की कोऑपरेटिव सोसायटी के लगभग डेढ़ करोड़ निवेशकों का पंजीकरण हो चुका है और ढाई लाख लोगों को 241 करोड़ रुपये वापस मिल चुके हैं. शाह ने यह बात बुधवार को सहकारी समितियों के केंद्रीय पंजीयक कार्यालय भवन का उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान कही.
शाह ने कहा, बहुराज्यीय सहकारी समितियों के लिए बनाए गए नए कानूनों को सभी ने लागू किया है. इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है कि कोऑपरेटिव सेक्टर खुद भी सुधारों का स्वागत करता है. उन्होंने कहा कि पांच लाख करोड़ डॉलर की भारतीय अर्थव्यवस्था में सहकारी समितियों की बड़ी हिस्सेदारी होगी. हमारा उद्देश्य सुनिश्चित करना है कि अर्थव्यवस्था में सहकारी क्षेत्र की बड़ी हिस्सेदारी हो. 2028 तक भारतीय अर्थव्यवस्था के पांच लाख करोड़ डॉलर होने का अनुमान है. उन्होंने बताया कि नए कार्यालय का अधिग्रहण 175 करोड़ में किया गया है. इसे वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 41 हजार वर्ग फीट में बनाया गया है. सरकार ने सहकारी आंदोलन के विकास के लिए पिछले 30 महीनों में 60 प्रमुख पहल की हैं.
भूमि संरक्षण उपज के लिए जरूरी
शाह ने कहा, इफ्को ने प्रयोग के तहत नैनो डीएपी और नैनो यूरिया लिक्विड बनाया है. इसे बहुत कम समय में किसानों के खेतों तक पहुंचा दिया है. उन्होंने कहा कि इस वक्त इसकी बहुत ज्यादा जरूरत है क्योंकि भूमि संरक्षण हमारी उपज के लिए बेहद जरुरी है. गांवों में सबसे ज्यादा आकर्षण ड्रोन द्वारा लिक्विड यूरिया के छिड़काव के प्रति देखने को मिल रहा है.