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अरहर दाल की कीमतों में अभी नरमी के आसार नहीं

सरकार द्वारा अरहर दाल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की घोषणा के बाजवूद इसकी कीमतों में तेजी की आशंका बनी हुई है. विशेषज्ञों के अनुसार, मंडियों में उम्मीद के अनुरूप आवक न होने से अरहर की कीमतों में उछाल आया है. इससे अरहर दाल सस्ती होने की उम्मीदों को झटका लगा है.

सरकार ने चार जनवरी को अरहर की सरकारी खरीद करने की घोषणा की थी. इस घोषणा के पहले एक महीने के दौरान देशभर में अरहर की अहम मंडियों में इस दाल के थोक भाव 10,500 रुपये से घटकर 9,000 रुपये प्रति क्विंटल तक चले गए थे लेकिन सरकारी खरीद की घोषणा के बाद इस मंडी में अरहर के थोक भाव बढ़कर 10 हजार रुपये प्रति क्विंटल के करीब पहुंच गए हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि जनवरी में अरहर की थोक कीमतों में 800 से 1000 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है. उम्मीद के अनुरूप नई आवक न होने के कारण भी दाम चढ़े हैं. विशेषज्ञों ने कहा कि पहले नई आवक शुरू होने से कीमतों में कमी आई थी. इस बीच, सरकार ने खरीद का ऐलान कर दिया. इससे कीमतों में आ रही गिरावट थम गई.

दिसंबर में घटे थे दाम, जनवरी में आई तेजी

केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के विभाग के अनुसार, देशभर में अरहर दाल की औसत खुदरा कीमत 149 रुपये किलो है. इसकी अधिकतम कीमत 210 रुपये किलो है. इस महीने इसकी कीमतों में महज दो रुपये किलो की कमी आई है, जबकि सरकारी खरीद की घोषणा से पहले अरहर के थोक भाव 1500 रुपये से 1,800 रुपये के करीब गिरे थे. ऐसे में अब अरहर दाल के खुदरा भाव काफी घटने चाहिए थे लेकिन इसके उलट तेजी बनी हुई है.

आयात प्रभावित होने की भी आशंका

वहीं, अफ्रीकी देश मोजांबिक से अरहर आयात प्रभावित होने की वजह से भी कीमतों में तेजी बनी रहने की आशंका है. भारत अपनी जरूरत की 40 फीसदी अरहर दाल यहां से आयात करता है. बताया जा रहा है कि दो कमोडिटी फर्मों के बीच तनाव के चलते आयात में व्यवधान उत्पन्न हो गया है. दूसरी ओर, म्यांमार से तुअर का ज्यादा आयात की संभावना के बावजूद कीमतों में तेजी के संकेत हैं.

अधिक राहत की उम्मीद कम

149 रुपये प्रतिकिलो के आसपास बनी हुई है अरहर की औसत कीमत देशभर में

जानकारों का कहना है कि अगले महीने अरहर की आवक तेजी से बढ़ने की संभावना है. ऐसे में आगे अरहर की चढ़ती कीमतें थम सकती हैं ब्रेक लग सकता है और इसकी कीमतों में गिरावट आ सकती है. हालांकि, कमजोर उत्पादन के कारण भाव ज्यादा गिरने की संभावना नहीं है.

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