केंद्र सरकार ट्रेनों को सेमी हाई स्पीड पर चलाने के लिए रेलवे को 3.20 लाख करोड़ का बजट आंवटित कर सकती है.
इस धन से स्लीपर वंदे भारत ट्रेन कोच का उत्पादन, रेलमार्गों पर टक्करोधी तकनीक- कवच- लगाना, अमृत भारत ट्रेन के कोच-इंजन का निर्माण, नई लाइन का निर्माण, दोहरीकरण, अमान परिवर्तन आदि विकास कार्य किए जाएंगे.
रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि मार्च तक स्लीपर वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए आईसीएफ, चेन्नई में कोच निर्माण तेज गति से चल रहा है. रेलवे की प्रीमियम राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की जगह पर स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी. जबकि शताब्दी एक्सप्रेस के स्थान पर वंदे भारत ट्रेनें पहले ही चलाई जा रही हैं. वर्तमान में 80 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें दौड़ रही हैं. उन्होंने बताया कि रेलवे पुल-पुश तकनीक वाली अमृत भारत ट्रेनों की संख्या बढ़ाने लिए इनके कोच व नए इंजनों का उत्पादन करेगी.
पिछले वर्ष की तुलना में 33 प्रतिशत अधिक धनराशिपिछले आम बजट में कुल पूंजीगत व्यय 2.60 लाख करोड़ रुपये था. 1 फरवरी को पेश होने वाले अंतरिम बजट में 3.20 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय का प्रावधान हो सकता है. यह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 33 प्रतिशत अधिक है. अधिकारी ने बताया कि दिसंबर 2023 तक पूंजीगत व्यय से 1,95,929.97 करोड़ रुपये (75 फीसदी) खर्च किए गए हैं.