वित्त वर्ष 2024-25 में 7% की ग्रोथ रेट से बढ़ेगी भारत की इकोनॉमी

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को अनुमान जताते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2024-25 में सात प्रतिशत से दर से बढ़ेगी. रिजर्व बैंक का यह अनुमान चालू वित्त वर्ष के 7.3 प्रतिशत के अनुमान से कम है.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने हर दो महीने में होने वाली मॉनेटरी पॉलिसी बैठक की घोषणा करते हुए कहा कि ग्रामीण मांग में तेजी जारी है, शहरी खपत मजबूत बनी हुई है और पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण निवेश चक्र रफ्तार पकड़ रहा है.
निजी निवेश में भी सुधार के संकेत: दास
उन्होंने कहा कि निजी निवेश में भी सुधार के संकेत दिख रहे हैं. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान है.
जून और सितंबर तिमाही में ग्रोथ रेट के क्रमशः 7.2 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत रहेगी. वहीं दिसंबर और मार्च तिमाही में इसके सात प्रतिशत और 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
दास ने कहा कि घरेलू आर्थिक गतिविधियां मजबूत बनी हुई हैं. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुमान के अनुसार चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत है. दास ने कहा, ‘‘ 2023-24 की गति 2024-25 वित्त वर्ष में भी जारी रहने की उम्मीद है.’’
उन्होंने यह भी कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign exchange reserves) 622.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया है और यह सभी विदेशी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त है.