महाराष्ट्र में ग्लोबल इकोनॉमिक हब बनाएगी, रिलायंस ने 3,750 एकड़ भूमि लीज पर ली
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मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने मंगलवार को कहा कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाइयों ने महाराष्ट्र में एक वैश्विक आर्थिक केंद्र (ग्लोबल इकोनॉमिक हब) बनाने के लिए 3,750 एकड़ भूमि की सब-लीज डीड का पंजीकरण पूरा कर लिया है.
बीएसई को भेजी सूचना में कहा गया है, ‘आरआईएल की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनियों ने नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड से 13,400 करोड़ रुपये में 43 साल के लिए विकास अधिकारों के साथ करीब 3,750 एकड़ भूमि के सब-लीज डीड से जुड़े पंजीकरण पूरे कर लिए हैं. नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड में सिडको की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है.’ सिडको (शहर एवं औद्योगिक विकास निगम) नवी मुंबई के लिए सरकार की नगर नियोजन एजेंसी है.
रिलांयस ने कहा है कि महाराष्ट्र औद्योगिक नीति, 2013 के अनुसार सब लीज पर दी गई इस भूमि का उपयोग एकीकृत औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए किया जाना है. फरवरी 2018 में ग्लोबल इकोनॉमिक हब तैयार करने के लिए महाराष्ट्र सरकार के साथ समझौता किया गया था. इस हब में वैश्विक भागीदारियों के साथ विश्वस्तरीय समेकित डिजिटल और सेवा उद्योग क्षेत्र शामिल होगा.
2018 में आयोजित मैग्नेटिक महाराष्ट्र कार्यक्रम में अंबानी ने कहा था, ‘आरआईएल महाराष्ट्र में चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए भारत का पहला औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करेगी और इस पर अगले 10 साल के दौरान वैश्विक कंपनियों की भागीदारी के जरिये 60,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया जाएगा.’
इसके एक साल बाद 2019 में आरआईएल ने अपनी एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई के जरिये करीब 4,000 एकड़ की सब लीज भूमि के लिए नवी मुंबई एसईजेड (एनएमएसईजेड) के साथ समझौता किया था.
मंगलवार को जारी अपनी विज्ञप्ति में आरआईएल ने कहा कि हजीरा, जामनगर और दहेज में बड़े एकीकृत औद्योगिक परिसर तैयार करने, हरियाणा के झज्जर जिले में एकीकृत स्मार्ट सिटी और मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स में एक आधुनिक कन्वेंशन सेंटर और आधुनिक ऑफिस कार्यालय स्थापित करने का उसका शानदार रिकॉर्ड रहा है.