iPhone की बैटरी को रिप्लेस करना होगा आसान, Apple की नई टेक्नोलॉजी करेगी कमाल
ऐपल आईफोन्स की बैटरी को आसानी से रिप्लेस करने की नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है. यह टेक्नोलॉजी यूजर्स को हल्के इलेक्ट्रिक करेंट से बैटरी को रिमूव करने की सुविधा देगी. इससे आईफोन रिपेयर करने वाले टेक्निशियन्स के साथ यूजर्स को भी काफी फायदा होने वाला है.
iPhone खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपके लिए गुड न्यूज है. द इन्फर्मेशन (The Information) की रिपोर्ट के अनुसार ऐपल आईफोन्स की बैटरी को आसानी से रिप्लेस करने की नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है. कंपनी की इस नए टेक्नोलॉजी का नाम ‘electrically induced adhesive debonding’ है. यह टेक्नोलॉजी यूजर्स को हल्के इलेक्ट्रिक करेंट से बैटरी को रिमूव करने की सुविधा देगी. अभी की बात करें, तो आईफोन की बैटरी को निकालने के लिए अधेसिव स्ट्रिप का इस्तेमाल किया जाता है. नई टेक्नोलॉजी के आने से आईफोन रिपेयर करने वाले टेक्निशियन्स के साथ यूजर्स को भी काफी फायदा होने वाला है.
फॉइल की बजाय मेटल केस में बैटरी
आईफोन्स की बैटरी को रिप्लेस करना मुश्किल काम है. अभी इसमें टेक्निशियन को काफी समय लग जाता है. इसके लिए टेक्निशियन्स को खास टूल्स की भी जरूरत पड़ती है. नई टेक्नोलॉजी के साथ कंपनी इस समस्या को दूर करने वाली है. ऐपल अब आईफोन्स की बैटरी को फॉइल की बजाय मेटल केस में ऑफर करने के मूड में है.
इसे बिजली के एक झटके से आईफोन की चेसिस से अलग किया जा सकेगा. द इन्फॉर्मेशन की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी नई टेक्नोलॉजी को आईफोन 16 सीरीज के किसी एक मॉडल में ऑफर कर सकती है. यह इस सीरीज का टॉप मॉडल हो सकता है. इसके बाद साल 2025 में इसे आईफोन 17 सीरीज के सभी मॉडल्स में दिया जा सकता है.
आईफोन की सील्ड बॉडी को खोलना कठिन टास्क
ऐपल ने बैटरी रिप्लेसमेंट का ऑप्शन देने का फैसला यूरोपियन यूनियन के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस रिपेयरेबिलिटी नियमों का पालन करने के लिए किया है. यूरोपियन यूनियन के नए बैटरी रेग्युलेशन के अनुसार कंपनियों को साल 2027 तक सभी पोर्टेबल डिवाइसेज की बैटरी को आसानी से रिप्लेस करने की सुविधा देनी है, ताकि खराब होने पर यूजर और लोकल रिपेयर सेंटर इसे आसानी से बदल सकें.
यूरोपियन यूनियन इस नियम को लागू करवा कर इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट को कम करने का टारगेट लेकर चल रहा है. बताते चलें कि नए नियम के आने से बैटरी रिप्लेसमेंट तो आसान हो जाएगा, लेकिन सील्ड डिजाइन के कारण आईफोन की बॉडी को खोलना एक कठिन टास्क ही रहने वाला है.