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सर्दी में अकसर सुबह-सुबह सिर दर्द क्यों होता है ?

अगर आपको सुबह उठते ही सिर दर्द की समस्या बनी रहती है, तो इसे आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. बेशक यह दर्द ठंड के मौसम की आम समस्या हो, लेकिन इसके पीछे का कारण केवल ठंड नहीं हो सकता. इस बाबत एमडी डॉ. नेहा यादव कहती हैं, ‘सुबह होने वाले सिर दर्द में माइग्रेन, क्लस्टर पेन, स्ट्रेस पेन और हाइपेनिक हेडेक शामिल हैं. ये सिर के अलग-अलग हिस्सों में उठते हैं और सबका अपना एक पैटर्न होता है. आज के समय माइग्रेन एक बड़ी समस्या बन चुका है.

यूं तो इसका ट्रिगर करने का एक खास तरीका होता है, जिसमें सुबह अचानक नींद से जगना भी शामिल हो सकता है. इस तरह के दर्द में सिर का केवल एक हिस्सा तेजी से दर्द करता है और साथ में जी मिचलाने और उल्टी जैसी समस्या भी महसूस हो सकती है. वहीं स्ट्रेस पेन में ऐसा लगता है मानो सिर को कोई बहुत जोर से चारों तरफ से दबा रहा है. यह दर्द पूरे सिर में महसूस होता है. इसमें दर्द धीमा या तेज कैसा भी महसूस हो सकता है. वहीं क्लस्टर हेडेक में आपको माइग्रेन की तरह ही दर्द होता है, लेकिन यह दर्द रुक-रुक कर होता है. हाइपेनिक हेडेक अचानक नींद खुलने पर होता है. इसलिए सिर दर्द के प्रकार को समझने के साथ ही उसके कारण को जानना जरूरी है. इनमें से बहुत से कारण जीवनशैली से जुड़े हैं, जिन्हें सामान्य बदलावों से ठीक किया जा सकता है.

पानी की कमी

सर्दी में पानी कम पीने की गलती हम में से ज्यादातर लोग करते हैं. इसके अलावा यह मौसम भी शरीर से नमी छीनने के लिए जिम्मेदार है. कमरे में रखा ब्लोअर या हीटर भी आपके शरीर में पानी की कमी कर सकता है. सुबह उठते ही होने वाला दर्द आपके शरीर में पानी की कमी या खुश्की की ओर इशारा करता है. इससे बचने के लिए पानी के स्तर को बेहतर बनाए रखना जरूरी है. साथ ही नाभि में सरसों या नारियल का तेल डालने से भी खुश्की कम होगी.

कम या जरूरत से ज्यादा नींद

स्क्रीन टाइम का ज्यादा होना, देर रात तक काम करना, तनाव, खराब भोजन जैसे कई कारण हैं, जो आपकी नींद पूरी नहीं होने देते और धीर-धीरे यह समस्या अनिंद्रा में बदल जाती है. देर से सोने या कम नींद लेने पर जब आप नींद से जागते हैं, तो सिर भारी होता है. इस समस्या से निपटने के लिए आपको अपनी नींद के चक्र को ठीक करना बेहद जरूरी है. डॉ. नेहा यादव कहती हैं कि अगर रात में अचानक नींद खुलना और उसके बाद नींद न आना आपके लिए आम बात बन चुकी है, तो नींद खुलते समय आपको अपना बीपी नापना चाहिए. संभव है कि उस वक्त बीपी बढ़ा हो. इस समस्या के सामने आते ही आप चिकित्सकीय सलाह जरूर लें. कई बार जरूरत से ज्यादा सोने पर भी सिर में दर्द रहने लगता है, क्योंकि इससे कार्डिअन रिदम पर प्रभाव पड़ता है.

सांस की समस्या

ठंड में जुकाम और सांस की समस्या भी आम है. कुछ लोगों के लिए यह रोज की बात बन जाती है. लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह समस्या समय के साथ बढ़ सकती है. सांस लेने में दिक्कत, सांस फूलना, नाक बंद होने जैसी समस्याओं को दूर करके भी आप सुबह के सिर दर्द से बच सकती हैं.

इनसे मिलेगी मदद

● सोते समय आपका पोस्चर सही होना चाहिए. इससे आपके गर्दन और कंधों पर तनाव नहीं आएगा और सिर में भी दर्द नहीं होगा.

● सर्दियों के मौसम में सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर होने की आशंका बढ़ जाती है. इसलिए इसे पहचानें और फिर उसका उचित उपचार करें.

● शाम सात बजे के बाद कॉफी या कैफीन युक्त भोजन न करें. सोने से कुछ देर पहले पानी न पिएं, इससे बार-बार नींद खुलने की समस्या से बचेंगी. साथ ही सोने का रूटीन बरकरार रखें.

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