औषधियों के कलश से रामलला का अभिषेक
अयोध्या, देशभर की पवित्र नदियों के जल और औषधियुक्त 114 कलशों से अभिषेक और संध्या आरती के बाद भगवान का शैय्याधिवास रविवार को शुरू हो गया. अनुष्ठान में नित्य पूजन के बाद हवन, पारायण प्रात मध्याधिवास, 114 कलशों के विविध औषधियुक्त जल से मूर्ति स्नान, महापूजा, उत्सव का प्रसाद, परक्रिमा, शैलाधिवास, तत्वन्यास, महान्यासादि, सात्विक पौष्टिक, अघोर व्याहृति जागरण जैसे संपन्न हुए.
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के अंतिम चरण में दो अधिवास शेष थे. इसमें भगवान का उत्थापन के बाद नैमित्तिक क्रिया पूर्ण कर अनुष्ठान का क्रम शुरू हुआ. पुन भगवान का सूखे मेवे और शहद में अधिवास कराया गया. इस अधिवास के बाद पवित्र नदियों के जल से पुन अभिषेक कर उनकी शोभायात्रा निकाली गई. यज्ञ मंडप और मंदिर की परिधि में परिक्रमा के बाद विविध अनुष्ठान चलते रहे.
इस दौरान गर्भगृह में विराजित अचल विग्रह के साथ यज्ञ मंडप में भगवान की पहली महापूजा की गई. इसी क्रम में चतुर्वेदों का पारायण और पुरुष सूक्त एवं श्रीमद् वाल्मीकि रामायण, भुसुंडि रामायण, आनंद रामायण व अध्यात्म रामायण के अलावा श्रीरामचरित मानस का भी पारायण चलता रहा.
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों और कांची कामकोटि शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती की उपस्थिति व ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्रत्त्ी द्रविड़ के अलावा पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में चल रहे इस अनुष्ठान में गणेशाम्बिका, षोडश मातृका, रामभद्र सहित अन्य देवी-देवताओं और द्वारपालों का पूजन, हवन इत्यादि की प्रक्रिया पूरी की गई.
पुन सायंकाल भगवान का शैय्याधिवास शुरू हुआ. इस शैय्याधिवास को भी वैदिक व्यवस्था के अनुसार विधि पूर्वक कराया गया. फिर भगवान के रजत विग्रह को नवीन बिछौने चादर-कंबल व तकिए को आसन पर बिछाकर विश्राम कराया गया. इसी तरह गर्भगृह में भी यही क्रिया पूरी की गई.
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे अष्टोत्तर शत का पाठ यज्ञाचार्य पंडित सुनील कांत दीक्षित ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रतिष्ठा के मौके पर अष्टोत्तर शत पाठ करने की भी इच्छा व्यक्त की है. कांची शंकराचार्य ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा का यह अनुष्ठान राष्ट्र के लिए कल्याणकारी है. उन्होंने कहा कि शास्त्रत्त् की घोषणा है कि यज्ञ, दान व अनुष्ठान से भगवद कृपा की प्राप्ति होती है.
आज 100 स्थानों से शोभायात्रा निकलेगी
अयोध्या में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर चिन्हित सौ स्थानों से शोभयात्रा निकलेगी. इस यात्रा में प्रदेश के 1500 कलाकार और संस्कृति मंत्रालय के क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के 200 कलाकार भाग लेंगे.
आज शाम 10 लाख दीपों से जगमग होगी अयोध्या
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूरा होने के बाद सोमवार शाम अयोध्या 10 लाख दीपों से जगमगाएगी. मकानों, दुकानों, प्रतिष्ठानों और पौराणिक स्थलों पर राम ज्योति प्रज्ज्वलित की जाएगी. सरयू तट भी दीपों से रोशन होंगे.
पूर्वी दिशा से प्रवेश
मंदिर में पूर्वी दिशा से प्रवेश और दक्षिण दिशा से निकासी होगी. मंदिर की पूरी संरचना तीन मंजिला है. श्रद्धालु मुख्य मंदिर तक पहुंचने के लिए 32 सीढ़ियां चढ़ेंगे.