हर शासक ने सिनेमा का इस्तेमाल अपने हिसाब से किया मनोज बाजपेयी
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मनोज बाजपेयी का मानना है कि समाज में जो चल रहा है, सिनेमा उसका आईना हो सकता है लेकिन क्रांति शुरू नहीं कर सकता. उन्होंने 1970 का उदाहरण देकर बताया कि उस वक्त बेरोजगार युवा कैसे अमिताभ बच्चन से कनेक्ट करता था. मनोज अपनी अपकमिंग फिल्म Silence 2: The Night Owl Bar Shootout के मौके पर मीडिया से बात कर रहे थे.
हर शासक ने इस्तेमाल किया सिनेमा
मनोज ने कहा, सिनेमा हमारे वक्त का आईना तो हो सकता है. सिनेमा क्रांति शुरू नहीं कर सकता. यह इसका हिस्सा हो सकता है. सिनेमा कुछ भी अकेले नहीं कर सकता. हर शासक ने सिनेमा या आर्ट का अपने हिसाब से इस्तेमाल किया है.
1970 में अमिताभ बच्चन थे एंग्री यंग मैन
मनोज ने कहा कि 1970 में अमिताभ बच्चन का एंग्री यंग मैन पर्सोना आया. बेरोजगार युवा उनसे रिलेट करते थे. मनोज ने कहा कि उस वक्त देश का युवा बेरोजगार था और निराशा से जूझ रहा था. वे लोग अमिताभ बच्चन में खुद को देखते थे. फिल्म देखकर अपनी भावनाएं बाहर निकालते थे. बता दें कि 1974 में अमिताभ बच्चन की फिल्म रोटी कपड़ा और मकान आई थी. मनोज ने कहा कि उसी तरह रोमांटिक समय आया तो शाहरुख, आमिर और सलमान खान थे.
16 अप्रैल को देख सकेंगे फिल्म
बता दें कि फिल्म जी5 पर 16 अप्रैल को प्रीमियर होगी. मनोज मूवी में ACP अविनाश का रोल निभा रहे हैं. यह पार्ट 2 है, इसमें एक और मर्डर मिस्ट्री दिखाई जाएगी. साइलेंस का पार्ट 2021 में आया था.