छत्तीसगढ़: सुरक्षा जवानों और सीसीटीवी कैमरों को चकमा देकर संयंत्र में घुसे 5 हथियारबंद
भिलाई: भिलाई इस्पात संयंत्र की सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं. क्योंकि कई बार संयंत्र के भीतर से कई कीमती धातुएं पार हो चुकी हैं. लेकिन बीती रात की घटना से संयंत्र के अदर कर्मचारियों को डर सताने लगा है. मंगलवार व बुधवार की दरम्यानी रात बोटम जोन में पांच हथियारबंद लोगों घुस गए थे. आवाज लगाने पर भाग गए. संयंत्र के भीतर पांच हथियारबंद लोगों का घुसना संयत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ करता है.
आरएसएम के जीएम ने चस्पा किया नोटिस
बीएसपी के रेल स्ट्रक्चर मिल (आरएसएम) ऑपरेशन के महाप्रबंधक ने रात 12.30 से 1 बजे के मध्य हुई घटना के बाद विभाग में एक नोटिस चस्पा करवा दिया है. इसमें बताया गया है कि फर्नेस के बोटम जोन में पांच आदमी विचरण कर रहे थे. जिनके हाथों में खतरनाक औजार थे. आवाज लगाने पर सभी भाग गए. सभी इनचार्ज और रीहिटर्स से निवेदन है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रात के वक्त फर्नेस के बोटम जोन में रीहिटर्स अकेले गैस खोलने न जाएं. कम से कम दो व्यक्ति एक साथ जाएं. यह सलाह कर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर दिया गया है.
कर्मचारियों में दहशत
आरएसएम के कर्मियों में इस घटना के बाद दहशत है. आशंका है कि चोर से अगर आमना-सामना हो गया, तो वह जो हथियार हाथ में होगा, उससे वार कर देगा. प्लांट में एक चोर अगर चाकू लेकर प्रवेश कर सकता है, तो वह दूसरे हथियार के साथ भी आ सकता है. आखिर हथियारबंद लोगों की मंशा क्या थी.
बीएसपी की सुरक्षा पर सवाल: अब सवाल उठ रहा है कि वे हथियारबंद प्लांट के भीतर किस रास्ते से घुस गए और फिर किस रास्ते से बाहर निकल गए. इन पांचों हथियारबंद लोगों की आमद ने प्लांट के सुरक्षा की पोल को खोलकर रख दिया है. 700 सीआईएसएफ जवान और 620 सीसीटीवी कैमरा की निगरानी के बीच यह सबकुछ हो रहा है.
तीसरी नजर को भी धोखा देने में कामयाब
बीएसपी के भीतर और गेट पर 620 से अधिक सीसीटीवी कैमरे 24 घंटे प्लांट की निगरानी कर रहे हैं. इसमें से भिलाई इस्पात संयंत्र में 130 सीसीटीवी कैमरे प्रमुख गेट के साथ-साथ संयंत्र के भीतर में लगाए गए हैं. तीसरी नजर को भी चोर, बदमाश धोखा देने में कामयाब हो रहे हैं.