राममंदिर बनना नए भारत का प्रतीक : राजनाथ
नई दिल्ली, रामराज्य का मतलब लोकमंगल और आतंक का अंत कर समतामूलक समाज की स्थापना करना है. अयोध्या में राममंदिर का निर्माण नए भारत का प्रतीक है. यह बातें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ) द्वारा मकर सक्रांति और लोहड़ी मिलन समारोह के अवसर पर कहीं.
राजनाथ सिंह ने इस दौरान बलबीर पुंज की पुस्तक ‘ट्रिस्ट विद अयोध्या: डिकोलोनाईजेशन ऑफ इंडिया’ का विमोचन भी किया गया. उन्होंने कहा कि श्रीराम युग पुरुष, संस्कार पुरुष और मर्यादा पुरुषोत्तम हैं. वे आदिवासी और स्त्रत्त्ी सम्मान के प्रतीक हैं. श्रीराम किसी विचारधारा से नहीं बंधे, बल्कि वो सभी क्षेत्रों में आदर्श प्रस्तुत करते हैं. श्रीराम को अपने जन्मस्थान पर पहुंचने में 500 साल का समय लग गया. उन्होंने कहा, बलबीर पुंज की पुस्तक ‘तुष्टीकरण’ की पोल खोलती है.
नड्डा, शाह और राजनाथ को प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रणभाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह को अयोध्या में होने वाले मंदिर की प्राण प्रतष्ठिा समारोह का निमंत्रण पत्र सौंपा गया. इस मौके पर विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार व मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा उपस्थित रहे.