मौनी अमावस्या पर करना चाहिए मौन धारण

इस साल 9 फरवरी को मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा. शास्त्र के अनुसार माघ मास की अमावस्या को मौन धारण कर रहना चाहिए. विशेष रूप से मौनी अमावस्या पर. तीर्थराज प्रयाग में साधु, सन्यासी, विरागी, वैष्णव आदिजन स्नान कर साधना करते हैं. कुछ साधु, सन्यासी माघ महीने में तीर्थो में रह कर कल्पवास करते हैं. साथ ही वे अपने इष्ट की उपासना करते हैं.
प्रयागराज में इसी समय अमृत कलश से कुछ बूंदे नदी में गिरी थी. तब से इस जगह पर स्नान दान पुण्य करने से फल मिलता है. ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर अपने पितरों की तृप्ति के लिए किसी भी तीर्थ में पितृ तर्पण, पितृ यज्ञ, पितृ शांति का अनुष्ठान करना चाहिए. मौनी अमावस्या की तिथि इस बार 9 फरवरी को सुबह 8 बजे से 10 फरवरी सुबह 4.30 तक रहेगा. इस दिन श्रवण नक्षत्र और व्यतिपत योग और सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा.