डेंगू के दो वैरिएंट एक साथ मिलकर पीड़ितों पर ज्यादा घातक प्रभाव छोड़ रहे हैं. अस्पतालों में भर्ती मरीजों में से अधिकांश में डेंगू के एक साथ दो वैरिएंट पाए जा रहे हैं. उनमें डीईएनवी 1 और डीईएनवी 4 का संक्रमण ज्यादा पाया जा रहा है. इसमें तेज बुखार, चक्कर, कमजोरी के साथ तेज बदन दर्द, सर्दी-खांसी, फेफड़े में संक्रमण और बेहोशी तक के लक्षण दिख रहे हैं.
डेंगू से पीड़ित पटना के रजनीश कुमार (47 वर्ष, बदला नाम) पिछले सप्ताह आईजीआईएमस में भर्ती थे. उनकी सीरो टाइपिंग जांच की गई. उनमें डेंगू के दो वैरिएंट डीईएनवी 1 और डीईएनवी 4 का संक्रमण पाए गए. आरपीएस मोड़ के जगदीश प्रसाद (बदला नाम) की सीरेा टाइपिंग रिपोर्ट में डेंगू के दो वैरिएंट पाए गए.
आईजीआईएमएस में अबतक 150 लोगों की सीरो टाइपिंग की गई है. उनमें से लगभग 30 (20 प्रतिशत) में मिक्स वैरिएंट मिले हैं. सबसे ज्यादा लगभग 50 प्रतिशत में टाइप 2 यानी डीईएनवी का संक्रमण मिला है. लगभग 20 से 25 प्रतिशत में टाइप 3 और पांच प्रतिशत में टाइप 4 का संक्रमण मिला है.
डीईएनवी 4
तेजी से फैलता है. बुखार जल्दी कम नहीं होता. दवा खाने के बाद भी बुखार 100-101 पर बना रहता है. इसमें पीड़ित के प्लेटलेट्स में कमी नहीं आती. इसे सबसे कम खतरनाक माना गया है. इस साल यही नया वैरिएंट मिला है.
डीईएनवी 1
बुखार, सर्दी, खांसी, अपेक्षाकृत कम खतरनाक.
डीईएनवी 2
बुखार के साथ प्लेटलेट्स गिर जाता है, नाक, मसूड़ों, शौच के दौरान ब्लीडिंग होती है. फिलहाल सितंबर के दूसरे सप्ताह से राज्य में इसका प्रकोप तेजी से बढ़ने लगा है.
डीईएनवी 3
बुखार, प्लेटलेट्स में हल्की कमी
डीईएनवी 1 के साथ डीईएनवी 4
भर्ती होनेवाले सर्वाधिक मरीज इन दोनों वैरिएंट से संक्रमित पाए जा रहे हैं. कुल भर्ती मरीजों में से लगभ 45 से 50 प्रतिशत में सह संक्रमण ही पाया जा रहा है.
डीईएनवी 1 के साथ डीईएनवी 2
बुखार, सर्दी, खांसी,फेफड़े पर असर, सांस की तकलीफ, प्लेटलेट्स में कमी.
भिन्न-भिन्न लक्षण और प्रभाव है चारों वैरिएंट का
डेंगू पीड़ितों पर चारों वैरिएंट का प्रभाव व लक्षण भी अलग-अलग दिख रहा है. डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि संस्थान के वैज्ञानिकों व विशेषज्ञ चिकित्सकों ने लक्षण व प्रभाव का अलग-अलग निष्कर्ष भी निकाला है. इसमें अलग-अलग वैरिएंट के अलग-अलग प्रभाव बताए गए हैं.
दिल्ली में इस साल 3013 मामले दर्ज हुए
राजधानी में इस वर्ष अब तक 3013 डेंगू के मामले दर्ज हो चुके हैं. निगम ने बीते सप्ताह सदन की बैठक के दौरान दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों से जुड़े आकड़ें जारी किए थे. निगम ने आखिरी बार 7 अगस्त, 2023 को साप्ताहिक रिपोर्ट जारी की थी. इसे निगम हर सोमवार को जारी किया करता था. अब इसे हर सोमवार को 7 अगस्त के बाद जारी नहीं किया गया. वहीं, निगम ने बीते 26 सितंबर को हुई बैठक के दौरान मच्छर जनित बीमारियों के मामलों के आंकड़े जारी किए थे. निगम के अनुसार इस वर्ष 2023 में अब तक डेंगू के 3013 मामले, मलेरिया के 294 मामले और चिकनगुनिया के 23 मामले दर्ज हुए हैं.